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| 2 | +lang: sa |
| 3 | +title: "आचारसंहिताः" |
| 4 | +description: "समुचित आचारविधयः स्वीक्रियते चेत् समुदायस्य स्वस्थं तथा रचनात्मकं आचरणं प्रसरीकर्तुं शक्यते।" |
| 5 | +class: coc |
| 6 | +order: 8 |
| 7 | +image: /assets/images/cards/coc.png |
| 8 | +related: |
| 9 | + - building |
| 10 | + - leadership |
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| 13 | +## किमर्थं आचारसंहितां योजयेत्? |
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| 15 | +आचारसंहिता इति एकः दस्तावेयः यः परियोजनस्य सहभागिभ्यः अपेक्षितं आचरणम् निर्दिशति। आचारसंहितां स्वीक्रियित्वा तद् पालनं च कृत्वा भवन्तु समुदायस्य मध्ये सकारात्मकं सामाजिकपरिसरं सृष्टुं शक्यते। |
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| 17 | +आचारसंहिताः केवलं सहभागिभ्यः पुनर्य न रक्षन्ति, किन्तु परियोजना-परिचालकस्य अपि सुरक्षा वर्धयन्ति। यदि भवतः परियोजनम् परिचालयति, अनुत्पादकमन्येषां दृष्टिकोनाः दीर्घे कालाद् आपदां दातुं शक्नुवन्ति। |
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| 19 | +आचारसंहिता भवतः समुदायस्य स्वस्थम्, रचनात्मकम् आचरणं प्रवर्तयितुं शक्तिम् ददाति। पूर्वसंग्रहेण नीति-स्पष्टता भवति यत् भवतः वा अन्येषां परियोजना-कार्ये क्लान्तिः न जायेत्, तथा यदि कश्चन अपर्यायं कृते तर्हि तस्मात् शीघ्रं कृत्यं स्वीकरोति। |
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| 21 | +## आचारसंहितायाः संस्थापनम् |
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| 23 | +यथाशक्ति शीघ्रं आचारसंहितां स्थापयतु — आदर्शतः यदा प्रथमं परियोजनं निर्माति। |
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| 25 | +आपेक्ष्याः व्याख्यायै अपि, आचारसंहिता निम्नान् विषयान् निर्दिशति: |
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| 27 | +* कुत्र आचारसंहिता प्रावर्तते (केवलं इश्यू तथा पुल-रिक्वेस्ट् मध्ये वा समुदाय-कार्यक्रमेषु अपि?) |
| 28 | +* केषां प्रति आचारसंहिता लागू भवति (समुदायस्य सदस्याः वा परिचालकाः, प्रायोजकाः च कथम्?) |
| 29 | +* यदि कश्चन आचारसंहितां उल्लङ्घयति तर्हि का प्रक्रिया अस्ति |
| 30 | +* कोऽपि कथं उल्लङ्घनानि प्रतिवेदयेत् |
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| 32 | +यत्र शक्यं तत्र पूर्व-प्रतिमानान् (prior art) अनुगच्छतु। [Contributor Covenant](https://contributor-covenant.org/) इत्यादि बहुषु मुक्तस्रोतपरियोजनासु उपयुक्ता आचारसंहिता अस्ति। |
| 33 | + |
| 34 | +परियोजनस्य मूलरूपे `CODE_OF_CONDUCT` नामकं दस्तावेज् स्थापयित्वा तस्य सङ्ग्रहणं `CONTRIBUTING` वा `README` मध्ये लिङ्क् कृत्वा दृश्यं करोतु। |
| 35 | + |
| 36 | +## आचारसंहितायाः प्रवर्तन-नीतिः निर्धारितु |
| 37 | + |
| 38 | +आचारसंहितायाः पालनं कथं करिष्यते इति पूर्वमेव स्पष्टं करोतु। एषा प्रक्रिया आवश्यकम् अस्ति यतः: |
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| 40 | +* यदा कार्यं आवश्यकं तदा त्वं गम्भीरः असि इति प्रदर्शनं भवति। |
| 41 | +* समुदायः अधिकं निश्चिन्तः भवति यत् प्रतिवेदनानि सम्यक् परीक्षणेन समीकृतानि भवन्ति। |
| 42 | +* समिक्षा-प्रक्रिया न्यायपूर्णा च पारदर्शकः इति आश्वासनं ददाति। |
| 43 | + |
| 44 | +लघु वा गोपनीयपथेन (उदाहरणार्थ ईमेल्) रिपोर्ट् गन्तुम् मार्गं दत्तुम् युक्तम्, तथा कथं रिपोर्ट् प्राप्तः अस्ति तद् स्पष्टं कर्तव्यम्। |
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| 46 | +## आचारसंहितायाः प्रवर्तनम् {#enforcing-your-code-of-conduct} |
| 47 | + |
| 48 | +यदा कदाचित् कश्चन आचारसंहितायाः उल्लङ्घनं कथयति तदा तस्य समाधानाय विभिन्नाः उपायाः सन्ति। |
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| 50 | +### परिस्तिथि-विश्लेषणं कुर्व |
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| 52 | +प्रत्येकस्य समुदायस्य सदस्यस्य वाच्यं महत्वपूर्णम् इव गृह्णीयात्। यदा कश्चन उल्लङ्घनस्य प्रतिवेदनं प्राप्तम्, तर्हि तत्र सम्यक् अनुसन्धानं करोतु। तेन समुदाये भवतः निर्णये विश्वासः वर्धते। |
| 53 | + |
| 54 | +### यथोचितं कर्म करोतु |
| 55 | + |
| 56 | +परिस्थितिः अवलोक्य यथोचितानि निर्णयानि गृह्यन्ते — सार्वजनिकतया चेत् सूचितं, निजतया चेत् समुपदेशनं, वा आवश्यकतया तात्कालिक-निषेधः। |
| 57 | + |
| 58 | +यदि विस्मरणीयम् वा पुनरावृत्तं व्यवहारः आसीत् तर्हि अधिकं प्रबलानि उपायाः (अल्पकालिक-प्रतिबन्धः, दीर्घकालिक-प्रतिबन्धः) अपि ग्रह्यन्ते। |
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| 60 | +## परिचालकस्य उत्तरदायित्वम् |
| 61 | + |
| 62 | +आचारसंहिता केवलं कागदं न भवेत् — तस्य पालनम् सुनिश्चितं करणीयम्। परिचालकः आचारसंहितायाः नियमाः स्थापयति तथा तान् समाननियमेन साधयितुं उत्तरदायित्वं वहति। |
| 63 | + |
| 64 | +यदि प्रतिवेदनं यथा उल्लङ्घनम् न स्यात् इति निर्णेतुं तर्हि स्पष्टं प्रत्युत्तरं दत्त्वा कारणम् सूचयतु। |
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| 66 | +## यत् वाञ्छसि तत् आचरणं प्रोत्साहयतु |
| 67 | + |
| 68 | +यदि परियोजना विरूपं वा नास्वीकृतं इति दृश्यते तर्हि योगदानकर्तॄणाम् दूर्यम् भवति। अतः स्वागतकरं वातावरणं स्थापयित्वा समुदायस्य वृद्ध्यर्थं प्रयत्नः कुर्यात्। |
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